
तुम भैसे हो भारत
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Category : Poems
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तुम भैसे हो भारत मॉं के छातीपर चरनवालेलुट रहे है भारत को चोरी मुजोरी दंगा करनेवाले ।ये हात कभी सेवा करते थे गुलाम हो गयेधर्म जात के बहकावे में गुमनाम हो गयेलूट रहे है देश को राष्ट्रीय संपदा चट करनेवाले ।
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