I Walk Day And Night
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Category : Poems
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his world of dreams, I myself have become a dreamer.left,My dream was not fulfilled and I was left as a lonely sir.The road is long, I must walk alone.Be it hot sun, cold or strong storm, I keep running.The destination is my shadow which got lost in the darkness,This is how she got lost in the rays of the sun.Now I don't need dreams, I live in realityMy friends, I walk day and night for the few stars. I walk day and night.ख्वाबों की इस दुनिया में मैं खुद एक बेख्वाब बनकररह गया,ना ख्वाब पुरा हुवा मैं लोनली साहब बनकर रह गया।रास्ता लंबा है बस अकेला ही मैं चलता जाऊ,कड़ी धूप , ठंड़ हो या तेज तुफ़ान मैं दौड़ता जाऊ।मंजिल मेरी वह छाया जो अंधेरें में खो गयी ,सुरज की किरणों से वह ऐसे गुम हो गयी ।अब ख्वाॅबों की जरुरत नही मुझे , मैं हकिकत में जिता हूॅमेरे दोस्त जो चंद सितारें है उन के लिए मैं दिन रात चलता हूॅ। दिन रात चलता हूॅ।
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