कविता (वंदना)
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Category : Poems
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वर्ण अक्षर समूह रस छंद के प्रदाता,मंगल करण श्री गणेश को नमन है।शुभ्र सिद्धि सदन वदन गजदंत जाके ,संग श्रुति शारदादि शेष को नमन हैं ।हिमगिरि तनया तनय शुभ शील आप ,सहज सुशील वर वेश को नमन हेै।मानस मराल मृदु मंजुल महेश गावे , पूरन पुराण चारो वेद को नमन है ।
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