राम वनवास
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Category : Poems
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कवने करनवा होभईला बिरनवा होपथरो के आवत रोवाई होई पहुना ।।कहाँ बोला गांव बाटेगांव के का नाव बाटेराखि दा धनुहिया थकल होई पहुना ।।बबूनी सुनरकी होधोतिया पुरनकी होमघवा में छहवां जड़ात होई पहुना ।।होइहें घरे बाबू माईछोट बड़ सग भाईकईसे उनके खनवा घोंटात होई पहुना ।।बघवा बघिनिया आअमवा डहूनिया आसऊं से सिवान घबड़ात होई पहुना ।।खोंतवा के चिरई होतलवा के जरई होघरवां के तुलसी झुरात होई पहुना ।।काठ के करेजवा होकवन रंगरेजवा होछतिया पे रखले मसान होई पहुना ।।कवने करनवा होभईला बिरनवा होपथरो के आवत रोवाई होई पहुना ।।~ धीरेन्द्र पांचाल
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