
ऐतिहासिक पथं
Read Count : 148
Category : Poems
Sub Category : N/A
लेकर कुछ सपना करने की,
जिद जो मैंने ठानी है
कर्म क्षेत्र के भूमि में,
जीत को मैंने माना है॥
हार के भी सफर कर रहा हू,
जीत जो अभी बाकी है
मजबूत इरादों से लड़ रहा हूँ
सुधीर की जीत अभी बाकी है॥
सीडीएस से लेकर आईपीएस तक का सफर,
अतं में मैंने माना है
वो भी यूपीएससी थी और आज भी यूूूपीएसी है
फिर भी मुझे एकेडमी ही जाना है॥
- सुधीर कुमार पाठक