चला साढ़ू भाई Read Count : 105

Category : Poems

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एहर लालू कचालू खियउले हवें ।
खाली मोदी जी चाय पे बझउले हवें ।
चला साढ़ू भाई ।
चला साढ़ू भाई सढ़ूआईन लेहलस बोलाय ,
चला साढ़ू भाई ।
चला साढ़ू भाई सढ़ूआईन लेहलस बोलाय ,
चला साढ़ू भाई ।

मंतरी बनब ना हम संतरी बनब ।
हम तोहरे घरे क धन्वंतरि बनब ।
चला साढ़ू भाई ।
चला साढ़ू भाई सढ़ूआईन लेहलस बोलाय ,
चला साढ़ू भाई ।
चला साढ़ू भाई सढ़ूआईन लेहलस बोलाय ,
चला साढ़ू भाई ।

ललटेम जराई लिहा चारा चोराई ।
हम बालू बेचब आधा बाँट लेहल जाई ।
चला साढ़ू भाई ।
चला साढ़ू भाई सढ़ूआईन लेहलस बोलाय ,
चला साढ़ू भाई ।
चला साढ़ू भाई सढ़ूआईन लेहलस बोलाय ,
चला साढ़ू भाई ।

मिली काटा मलाई तब्बे होखी भलाई ।
दिहा मट्टी ऊपर अलकतरा बिछाई ।
चला साढ़ू भाई ।
चला साढ़ू भाई सढ़ूआईन लेहलस बोलाय ,
चला साढ़ू भाई ।
चला साढ़ू भाई सढ़ूआईन लेहलस बोलाय ,
चला साढ़ू भाई ।

केहू मांगी रोजगार दिहा लाठी पुरस्कार ।
पीछे कट्टा फंसाई चली बेटवा हमार ।
चला साढ़ू भाई ।
चला साढ़ू भाई सढ़ूआईन लेहलस बोलाय ,
चला साढ़ू भाई ।
चला साढ़ू भाई सढ़ूआईन लेहलस बोलाय ,
चला साढ़ू भाई ।

✍🏻धीरेन्द्र पांचाल

Comments

  • Seema Maurya

    Seema Maurya

    इ का लिखें हो बे

    Sep 14, 2022

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