
कृष्ण कन्हैया
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Category : Poems
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गोकुल मे जन्मे कृष्ण कन्हैया,
दुनिया में आई आश की नैया,
जसोदा नंद किशोर के लाल,
बन गए मामा कंश के काल,
मधुर स्वर मे बासुरी बजाया,
मोर पिन्छ माथे पर सजाया,
वृंदावन मे रास रचाया,
बरसाने मे धूम मचाया,
मैया के ये माखनचोर,
सखा के संग मस्तीखोर,
श्याम की लीला कोई न जाने,
काली कमली वाला सबको भावे,
गोवर्धन पर्वत को उठाया,
इंद्र के प्रकोप से बचाया,
ये जसोदा देवकीनंदन,
जग करता तेरा वंदन।_ सुमन वर्मा

