
खुशियों की बहार आई,
Read Count : 261
Category : Poems
Sub Category : N/A
खुशियो की बहार आई,बीत गयी गमो की मायाछा गई खुशियों की छाया,मिट गए नेत्र के अश्रु,होठो पर मिठी सी मुस्कान है आई,खुशियो की बहार आई,बरसात की फ़ुहार् छाई,खेतो मे फसल लेहराई,किसान मे हासो उलास् हैं छाया,परिवार की समृधि को बढ़ाया,खुशियों की बहार आई,गम के अंधेरे को भगाओ,जीवन मे प्रकाश को फैलाओ,नाच गाना बाज बजाओ,मन को ऐसे बहलाओ,खुशियों की बहार आई।सुमन वर्मा