'' परमात्मा के वादे '' Read Count : 122

Category : Stories

Sub Category : Adventure


संग हूं जब मैं तुम्हारे, कुछ भी नहीं असम्भव
हाथ थाम लो मेरा, तब होगा सबकुछ सम्भव

याद करे जो मुझे निरन्तर, सुख ही वो पाएगा
जीवन का हर संघर्ष उसे, खेल नजर आएगा

आए कोई भी विघ्न, मनोबल मत गिरने देना
ध्यान लगाकर मेरा तुम, हर राय मुझसे लेना

तुझे बढ़ाना होगा, हिम्मत का एक ही कदम
मदद के मैं बढ़ाऊंगा, तेरी और हजार कदम

बीती हुई बातों को, निकल दो मन से अपने
शक्ति दूंगा तुझको, पूरे करने को सब सपने

किसी बात का बोझ, लेकर कभी ना चलना
सब चिन्ताएं मुझे देकर, हल्के होकर चलना

उलझी हुई हर समस्या, मेरे हाथों में तुम देना
बेफिक्र होकर तुम, समाधान मुझसे ही लेना

मन में भय पैदा करके, मत होना तुम मायूस
अपने सर पर मेरा हाथ, करना सदा महसूस

रोज शान्ति में बैठकर, मुझसे तुम बतियाना
अपने सभी प्रश्नों का, उत्तर भी मुझसे पाना

तेरे जीवन का हर दिन, मैं आसान बनाऊंगा
आशीर्वाद में तुझे, सर्वशक्तियां देता जाऊंगा

परिस्थितियां देखकर, यूं निराश ना हो जाना
खुद में आस जगाकर, औरों में आस जगाना

अपनी गलतियों का कभी, शोक नहीं मनाना
सुधारकर उनको फिर से, आगे कदम बढ़ाना

निर्विघ्न होने की युक्ति, मैं ही तुम्हें सिखाऊंगा
विघ्नों रूपी हर पत्थर, मैं ही पथ से हटाऊंगा

संभले ना जो जिम्मेदारी, वो मैं खुद उठाऊंगा
तेरे लिए हर समस्या को, मैं आसान बनाऊंगा

हाथ थामकर मेरा यदि, निरंतर चलता जाएगा
सुन्दर और उज्ज्वल, तेरा भविष्य बन जाएगा

कोई और जाने ना जाने, मुझको पूरी पहचान
नजर आते हैं मुझको तेरी, खूबियों के निशान

किसी के कुछ कहने से, तुम खुशी ना गंवाना
मेरी श्रीमत पर ही तुम, अपना जीवन बनाना

अकेला तुम्हें ना छोडूंगा, संग रहूंगा सदाकाल
रख भरोसा मुझ पर, कर दूंगा तुझे मालामाल

*ॐ शान्ति*


शिवकुमार बर्मन 
जांजगीर-चांपा छत्तीसगढ़

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