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Category : Poems

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तू तू मैं मैं बंद भइल अब बंद भइल रउबार ।
बुलडोजर के देख पसीना फेंकें जीजा सार ।
जोगीरा सा रा रा रा रा ।।

तीन तलाक अउ 370 भागल सरहद पार ।
कांग्रेस के कीड़ा मरलस कीटनाशक सरकार ।
जोगीरा सा रा रा रा रा ।।

देखते देखत धीरे हो गइल सइकिल के रफ्तार ।
पहिया पंचर कइले बा ई बाबा के सरकार ।
जोगीरा सा रा रा रा रा ।।

मुँह फुला के भागल जालें भइया अब ससुरार ।
भउजी के संग धोखा कइलें युवा बेरोजगार ।
जोगीरा सा रा रा रा रा ।।

पांच साल तक कुछ ना कइलें भइलें मालामाल ।
कान पकड़ के माफी मांगे बेहया जइसन हाल ।
जोगीरा सा रा रा रा रा ।।

मुफ्त के बिजली बांटी अब महँगाई मिली उधार ।
दारू के दुकान खुलत हव दिल्ली अबकी बार ।
जोगीरा सा रा रा रा रा ।।

ललका गमछा देख भड़क गइल योगी जी के सांड़ ।
पियर गमछा माहो चटलस कइलस सबके रांड़ ।
जोगीरा सा रा रा रा रा ।।

राजभर के राज गइल अखिलेश क गइल काज ।
मौर्या जी क ताज गइल बाबा के हो गइल आज ।
जोगीरा सा रा रा रा रा ।।

2G चारा कोल घोटाला इनकर रहल आधार ।
सोच के ससुरा बइठल रहलैं संसद के ससुरार ।
जोगीरा सा रा रा रा रा ।।

✍️ धीरेन्द्र पांचाल

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  • Mar 15, 2022

  • Mar 15, 2022

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