एक बूँद
Read Count : 112
Category : Poems
Sub Category : N/A
मैं टूटापलकें भी बिखरीनयन के अश्रु भीरुकी नहीं .....सोचा मैंचलूं नयनों में नयनमिलाने प्रेयसी / प्रियतमा सेपर वो नहीं तो हम कहींप्रेम के एक बूँद हीहै, सौन्दर्य के बगिया भीउपवन भी है महफिल भीपर वो चली किस और सजाने
Comments
- No Comments