समाज में रहते हैं
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Category : Poems
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लड़कियाँ खुल के हँस नहीं सकतींलड़के खुल के रो नहीं सकतेदहेज़ न लाने वाली लड़की कामान नहीं हो सकतासरकारी नौकरी के बगैर लड़के कीक़दर नहीं हो सकतीमुस्कुराइये,आप तथाकथित खुले विचारों वालेसमाज में रहते हैं।- प्रिया दीक्षित @Deeply_says
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