
शारदा
Read Count : 216
Category : Poems
Sub Category : N/A
अंचरा के छाँव राखा दियवा के जार राखा ,हियरा में ज्योति दा अपार माई शारदा ।बुद्धि दा बिचार दा तू सरल सुभाव दा तू ,प्रेम में अभाव नाही होखे माई शारदा ।देहियां में जोर दा तू नेहियां में बोर दा तू ,बहियाँ के छोड़ झकझोर ना तू शारदा ।अंगुरी के पोर पोर दुःख रोजे थोर थोर ,कहिया ले रहीं मो उघार माई शारदा ।✍️ धीरेन्द्र पांचाल
Comments
- No Comments