
" अरकान "
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Category : Stories
Sub Category : Romance
मैंने दिल इस क़दर उससे ही लगाकर रखा हैउसको यादों में बस सब भुलाकर ही भर रखा है।मुझको बारिश में भीगे एक ज़माना हो गया परअब भी उसकी एक छुवन ने ही मुझे तड़पा रखा है।वो भी यारों .... चाहने वालों से कोई कम नहीं हैजिसने मेरे दिल को अपने कब्ज़े में कर रखा है।माथे की तो इन लकीरों में, कुछ भी नहीं रखातेरे हाथों में मगर, तेरा मुकद्दर रखा हैक्या कहा बुज्दिल हूँ मैं, कुछ तुमको ऐसा लगता है,मैंने अपने हथेली पे देख लो सर रखा है।Shivkumarbarman ✍️

