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Category : Poems
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जितना सच्चाई से भागो
उतनी अजीब लगती है
भाई ये जिंदगी है ,
कभी कभी बडी बदतमीज लगती है
किसी काम में उलझी होतो,
बडी सुलझी लगती है
और इसे जहा तुम स्वतंत्र रखो
बड़ी ही तनावग्रस्त दिखती है !
भाई ये जिंदगी है
थोड़ी अजनबियों जैसी लगती है
सबकी बात मानो तो ,
सभी के चेहरे पर खुशी दिखाई पडती है
थोड़ा सा मना कर के देखो
वही सब की नाक फूली दिखती है !
भाई ये जिंदगी है
मतलबियो से भरी दिखाई पड़ती है ,
जिंदगी तो वसूलो से चलती है ,
जो एक बार हाथ से गई न
फिर चार दिन बाद किसी को
वो याद भी नही रहती है ।
जितना सच्चाई से भागो ना
उतनी अजीब लगती है
और एक बार जिंदगी छोड़ के तो देखो
पार्थिव शरीर के आगे ,
अपनो की बहुत बड़ी कतार दिखाई पड़ती है,
भाई ये जिंदगी है
जीते जी बहुत कठिन दिखाई पड़ती है।
Written by m@nu
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