
बारिश और जिंदगी
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बड़े दिनो बाद आज रिमझिम सी बारिश होने लगी हैं मेरे छोटे से गांव मेंबादल काले काले घनघोर हो रहे हैं जैसे मानो सुकून को कही से अपने साथ लाए हैंबिजली भी कभी कभी अपनी अचानक दस्तक से मेरे होस उड़ा रही हैं जैसे मानो मुझसे बार बार कुछ कहना चाहती हैंमां जलती हुई सिगड़ी पे रात का खाना बना रही हैंइस मनमोहक दृश्य को देख कर में बस एक अलग सी शांति में कही कल्पनाओं में खो गया हूंसमय ने शायद कुछ कुछ अपनी रफ्तार में थोड़ी राहत ली हैं मानो जैसे सबकुछ बदलने वाला हैंऐसा लग रहा हैं कि घर का आंगन मानो इस बारिश के इंतजार में था आज उससे मिलके इसके भी सारे गम धूल गए होथोड़ा थोड़ा अंधेरा इस शांति के साथ घुल मिल रहा हैंबारिश की रिमझिम बूंदे की टप टप आवाज पूरे घर में जैसे संगीत की तरह गूंज उठी हैंबस हैं तो एक राहत जो मुझे इतने दिनो बाद मिली हैंरात होने को आई हैं ऐसा लग रहा हैं की बारिश सभी मेरे सारे दुखो से लड़ रही हैं इस दृश्य को महसूस करके मेरी आंखों ने तसल्ली की चादर ओढ़ कर एक राहत की नीद में डुबकी लगाईरात भर इस लड़ाई के बाद मेरी आंखों पर चमकीली सी रौशनी टकराईउम्मीद और उमंग से भरा भोर हुआ हैं जैसे मानो एक बच्चे का जन्म हुआ हैंजिसे देख कर एक नए हौसले से मेरी पहचान हुईऔर ये बारिश मुझे फिर एक दफा जिंदगी से मिलवा के चली गई