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Category : Poems

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 मन कैसा है ना ,
 मानता ही नहीं , किसी को जानता ही नहीं
हसाएगा , रुलाएगा
पर अपनी वाली जरूर बताएगा 
मन कैसा है ना
उम्मीद जगाएगा 
तोड़ेगा,मोड़ेगा।  
पर छोडेगा नही
मन कैसा है ना ,
पल पल बदलेगा.....
कभी दुखी तो ,कभी सुखी ,
 पर होगा जरूर..
मन कैसा है ना
सुनता सबकी है पर करता अपनी ही है
मन कैसा है ना
जिद्दी हैं पर नादान भी उतना ही है
मन कैसा है ना....... 




Comments

  • Jul 14, 2021

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