Mann.....
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Category : Poems
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मन कैसा है ना ,मानता ही नहीं , किसी को जानता ही नहींहसाएगा , रुलाएगापर अपनी वाली जरूर बताएगामन कैसा है ना
उम्मीद जगाएगातोड़ेगा,मोड़ेगा।पर छोडेगा नहीमन कैसा है ना ,
पल पल बदलेगा.....
कभी दुखी तो ,कभी सुखी ,
पर होगा जरूर..
मन कैसा है ना
सुनता सबकी है पर करता अपनी ही है
मन कैसा है ना
जिद्दी हैं पर नादान भी उतना ही है
मन कैसा है ना.......