आकाश के चमकते तारों में खोया है जहान सारा,उन तारों के बीच में है चाँद प्यारा,एक-एक तारा उस चाँद के लिए टूटता है,पर वो चाँद है कि सुबह के सूरज के लिए ही बुझता है।
Are you sure you want to log out?