आज भी वक्त..! Read Count : 197

Category : Poems

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आज भी वक्त की आहटे देती है तेरी सदा,
कभी न भूले हम हसनेवाली वो अदा,
न जाने क्या था जो हम कर न पाए,
मिलकर भी हम, कभी मिल न पाए।

मिले थे तुम्हे चंद लम्हों की दास्ताँ में,
बन गए तुम्हारे हम, अनजानी सी इख्त्यार में,
प्यार तो हमने भी किया और आज भी करते हैं,
शायद तुम्हारे दिल के कोने में कही ,
हम आज भी रहते है।

- MहेSH

Comments

  • maitri doshi

    Maitri Doshi

    nice poem

    Mar 30, 2017

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