तेरी याद... Read Count : 129

Category : Poems

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यादों में तेरी , मैं खोया हूं,
तुमको लगता है , मैं सोया हूं।
आती होंगी , चैन की निंद तुम्हें,
मुझसे पूछो , मैं कब सोया हूं।
जानें क्या मुझमें , दिखता दोष तुझे,
मैं भी जानू , है आखिर क्यों रोष तुझे।
फर्क नहीं , मर्जी जितनी,तू कोश मुझे,
यश-अपयश का , अब नहीं होश मुझे।
हर्षित हो तुम , अपनी तरुणाई में ,
मैं बैठा हूं विरक्त , यहां तन्हाई में।
बेशक , हो मंजुल वनिता तुम,
पर हो प्रिय , मेरी सुनिता तुम।
दिन - रात मैं , आंसू पीता हूं।
तेरे ही गम में , अब जीता हूं।
गाओ तुम , मधुर संगीत प्रिये,
कर दो हर्षित मेरे , मीत हिय।
                              - गौतम गोविंद
                              9911040940

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