बारिश आई रे Read Count : 109

Category : Poems

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 बारिश आई रे
  रिमझिम बारिश आई रे,
 धरती गगन और हरियाली छाई रे ,
जंगल में छम छम नाचे मोर रे,
कोयल और मैना गीत गाती रे,
रिमझिम बारिश आई रे
तेजी से अंगड़ाई लेती हुई 
बिजली बादलों में चमकती रे, 
इंद्रधनुष की किरणें बादलों में निखरती रे ,
फूलों की सुगंध महकाती रे,
रिमझिम बारिश आई रे,
बच्चे पानियो में छपकी मारे मौज-मस्ती करते रे ,
खेतों में फसलों का लहराना रे,
हवाओं की सरसराहट सुनाई देना रे ,
रिमझिम बारिश आई रे
Author
Anita Yadav

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