लोग हैं ना। Read Count : 144

Category : Poems

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तु अपनी खुशिंया ढूढ़।
          कमिंया निकालने के लिए लोग हैं ना।
अगर रखना है,कदम तो आगे रख।
                 पीछे खींचने के लिए लोग हैं ना।
सपनें देखने हैं तो ऊँचे देख।
               नीचा दिखाने के लिए लोग हैं ना।
अपने अन्दर जूनून की चिंगारी भड़का।
                         जलने के लिए लोग हैं ना।
अगर बनानी है,तो यादें बना।
                  बातें बनाने के लिए लोग हैं ना।
प्यार करना है, तो खुद से कर।
                दुश्मनी करने के लिए लोग हैं ना।
अगर रहना है, तो बच्चा बनकर रह।
           समझदार बनाने के लिए लोग हैं ना।
भरोसा रखना है, तो खुद पर रख।
                   शक करने के लिए लोग हैं ना।
बस संवार ले तु खुद को।
             आईना दिखाने के लिए लोग हैं ना।
खुद की अलग पहचान बना।
               भीड़ मे चलने के लिए लोग हैं ना।
अरे! तु कुछ करके दिखा दुनिया को।
             तालिंया बजाने के लिए लोग हैं ना।
             तालिंया बजाने के लिए लोग हैं ना।

@Navneet Mishra IMC

© Navneet Mishra IMC

Comments

  • Good

    Jul 01, 2020

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