मै राही हूँ प्यार के %
Read Count : 86
Category : Poems
Sub Category : N/A
मै राही हूँ प्यारके पथ का बस मै चलते ही जाऊँसिने में लिए प्यार ,अंधेरों में यार मै जलते ही जाऊँ ।जरुरत नही मुझे उस चांद तारों कीजरुरत नहीं है मुझे औरों के इशारों कीमंजिल पानी है मुझे अद्भूत बहारों कीजरुरत है मुझे बस रंगीन नजारों कीमिलेगी हसीं मंजिल , मै दिल-दिल जगाते जाऊँ।बंजारों की भांति मैं गाते जाऊँप्यार अपना मै बरसाते जाऊँअपना गीत मै सुनाते जाऊँरोतें हुवोंको मै हसाते जाऊँइतना प्यार दू कि मै किसे हसते हसते रुलाऊं ।अंधेरे दूर नही होते किसी शम्मा के बीनशम्मा दिलमें हो तो लगे सबकुछ हसीनकुछ नही जीवन यहाँ प्यार के बीनप्रेम अगर दिल में हो तो जीवन है रंगीनप्यार का प्यासा हू ,प्यासोंको प्यार दू प्रेमगीत मै गाते जाऊँ ।
Comments
- No Comments