तुम क्यूँ चले नही आत%2
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Category : Poems
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दीवानी शाम जो आये .जुबां पर नाम वो आये
दीवानी शाम जो आये , जुबां पर नाम वो आये
ढले जब धूप यह सारी , शमा रंगीन नजर आये
धड़कनों में बजे धुन कोई प्यारी , मेरे जब सामने वो आये
दीवानी शाम जो आये .जुबां पर नाम वो आये
दीवानी शाम जो आये , जुबां पर नाम वो आये
तेरी आँखो के दरिया में , मन मेरा डूबना चाहे
बनो तुम लहर कोई प्यारी , दिल मेरा संग यह तैरना चाहे
तुम्हारी उफ़ यह अंगड़ाई , मुझे कंही ना मार ये जाए
गालों पर तेरे यह लाली , मेरा ना कत्ल कर जाए
होंटों पर तेरे बस हों मेरी ही बाते
होंटों पर तेरे बस हों मेरी ही बाते
तुझे हर रोज़ में देखूँ , मगर तुम क्यूँ चले नही आते
तुझे हर रोज़ में देखूँ , मगर तुम क्यूँ चले नही आते
इशारे भी अब तो तेरे , करते मेरी सिर्फ मेरी ही बाते
बिखर जाऊँ जो ना देखूँ , मचल जाते यह तराने
तड़प उठे हर एक धड़कन , यह बाते बस मेरी मेरा दिल ही जाने
दीवानी शाम जो आये .जुबां पर नाम वो आये
दीवानी शाम जो आये , जुबां पर नाम वो आये
होंटों पर तेरे बस हों मेरी ही बाते
होंटों पर तेरे बस हों मेरी ही बाते
तुझे हर रोज़ में देखूँ , मगर तुम क्यूँ चले नही आते
तुझे हर रोज़ में देखूँ , मगर तुम क्यूँ चले नही आते
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