साल में कार्तिक महि
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Category : Poems
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साल में कार्तिक महीना आता हैं!अपने साथ खुशियो की बाहरे लाता है!ऋतुएं करवट बदलती है!मौसम सुहानी सर्दी लाता हैं!पिया की दीर्घायु के लियेपतिव्रता का त्यौहार आता है!करवाचौथ वो कहलाता है!बाजार में रौनके आती हैनए बर्तन खरीदने का त्यौहार आता है!नए वस्त्र और आभूषण के लियेधनवन्तरि का त्यौहार आता हैं!धनतेरस वो कहलाता हैं!कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी आती हैं!तन मन की सुंदरता का त्यौहार आता हैं!सब के मन को हर्षाने के लियेसौन्दर्यता का त्यौहार आता हैं!रूप चतुदर्शी कहलाता हैं!अमावस्या की जगमगाती रात आती हैं!परिवार में ख़ुशियों की बौछार लाता हैं!चारो तरफ सुख समृध्दि के दीयेमिठाई ,पटाखो का त्यौहार आता है!दीपावली का पावन अवसर कहलाता है!कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा आती हैं!अन्नकूट का महोत्सव आता हैं!प्रकृति पहाड़ की पूजा के लियेपर्यावरण संरक्षण के सन्देश देता है!गोवर्धन पूजा का त्यौहार कहलाता हैं!बहने कुमकुम अक्षत थाल सजाती है!खुशियों का चांद मुस्कराता हैं!बहने भाई की मंगल कामना लियेस्नेह व प्रेम का अवसर आता हैं!भाई दूज का त्यौहार कहलाता है!साल में कार्तिक महिना आता हैं!अपने साथ खुशियों की बाहरे लाता है!Writer - vinod salvi