दोस्त Read Count : 129

Category : Poems

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ज़िन्दगी के इस सफर में एक दोस्त मुझे मिला है
दोस्ती की दुनिया मे जीने का मकसद फिर से मुझे मिला है
बेगानो की इस भीड़ में पटवारी बन कर वो मिला है
अपनेपन की भावना के साथ पहली बार उसके घर पर वो मिला है
शुरू में बहुत अजीब लगा उसके साथ रहकर 
उसका सादा जीवन सादा रहन सहन
पर उससे बहुत कुछ सीखने को मिला है
पहला दिन पटवारी ट्रेनिंग का
क्लास के पीछे बेठकर उसके साथ
पहला फोटो और दोस्ती का आगाज
और साथ मे खाना (लंच) खाने वाला मिला है

धीरे धीरे दिन बीतते गए
वो सबके दिल मे उतर ता गया
बहुत निराला बहुत बड़े दिल वाला
पग पग पर वो दोस्ती निभाने के लिए तैयार होने वाला दोस्त मिला है
 
किस्मत वाला तो में था जो ऐसा दोस्त मिला मुझको
जैसे 3 इडियट में राजू को
RANCHO  जैसा मिला था

खुदा का में शुक्रगुजार हूं कि आज भी वो मेरे साथ है
सबसे अलग सबसे प्यारा
हर पल साथ रहने वाला मिला है

लिख भी नही सकता ऐ दोस्त
क्योंकि मेरे पास शब्द नही हैं तेरे लिये
पर इतना जरूर लिख सकता हु 
तू मेरी ज़िंदगी मे बहुत खास है

दुनिया मे ऐसी बहुत कहानियां हैं
पर तेरी मुझ पर बहुत मेहरबानियां हैं
ज़िंदगी के हर पड़ाव में साथ रहने वाला दोस्त मिला है
ज़िंदगी के इस सफर में एक सुरेन्द्र जी जैसा दोस्त मुझे मिला है

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  • Dec 02, 2019

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