Meri Kahani Read Count : 205

Category : Poems

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किताबों के पन्नों को पलटकर सोचा

यूँ पलट जाए मेरी जिन्दगी तो क्या बात है 

ख्वाबों में मिलता है रोज जो

वो हकीकत में मिल जाए तो क्या बात है

अपने लिए तो सब ढूंढते है मुझे

कोई मेरी खुशी के लिए आये
तो क्या बात है

पूछकर तो सब दूर करते हैं गम
कोई आखों में देखकर समझ

 जाए तो क्या बात है

गुप्ता मुकेश

Comments

  • good

    Sep 01, 2019

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