हमारी दोस्ती Read Count : 128

Category : Poems

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दोस्ती अगर हो तो हमारे जैसी हो, 

 जिस में खुशियां ही खुशियां हो, 

 दुनिया में तो गम की एक रीत है

 पर जब दोस्त दोस्त के साथ हो तो वो रीत भी खुशियों की प्रीत है..... 


 ऐ दोस्त तेरे होने से ही तो दोस्ती है

 तू ना हो तो दुनिया भी डूबी हुई कश्ती है

 दोस्त जिस दिन तुम्हें यह दोस्ती लगे एक बहाना.

 तो दोस्त उस चीज को तुम हमें बताना.. 


 तेरे होने से ही तो यह दोस्ती है

 तुझ बिन तो हम कुछ भी नहीं है, 

 तेरे होने से ही तो हमारी दोस्ती का सम्मान है, 

 तुझ बिन तो दोस्त महफिल भी शमशान है


 अगर दोस्ती तुम्हें लगी मेरी अच्छी और नहीं लगा बहाना

 तो  आखिरी इच्छा यही है दोस्त की दम तोड़ दूं तेरी बाहों में ताकि दोस्ती को देखें पूरा जमाना.... 

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