ज़िन्दगी की धूप बहुत तेज़ होने लगी है,तेरी ममता का आँचल बहुत याद आता है,इन आंसूओं के सैलाब मैं कहीं डूब ही ना जाऊँ मैं,ऐ माँ, तेर बिना ये दर्द अब सहा नही जाता है
ज़िन्दगी की धूप बहुत तेज़ होने लगी है,
तेरी ममता का आँचल बहुत याद आता है,
इन आंसूओं के सैलाब मैं कहीं डूब ही ना जाऊँ मैं,
ऐ माँ, तेर बिना ये दर्द अब सहा नही जाता है
बहुत खूब मीना
Jul 07, 2019
i could not understand one little bit of the text
Nov 02, 2019
mast hai👌👌
May 17, 2020
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