अकेला Read Count : 49

Category : Poems

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तन्हां अकेला बैठा था 

अचानक बंसती हवा आती है

सच बताऊ तो, वो मुझे 

बहुत सताती है 

उनकी यादो में खो जाता हूँ

हल्की सी रोशनी में

उसकी तस्वीर निहारा करता हूँ।

Comments

  • Diya Roz

    Diya Roz

    nice

    Dec 10, 2017

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